माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद 800 फोन नंबर अचानक बंद हो गये हैं. उमेश पाल मर्डर केस में पुलिस ने शूटरों की तलाश में अतीक से जुड़े लोगों के नंबर सर्विलांस पर डाले थे, जिनमें से 800 नंबर अचानक बंद हो गये हैं. फोन नंबर बंद होने का सिलसिला जारी है. बंद हुए फोन नंबरों की डीटेल पुलिस खंगाल रही है.
जिन लोगों के नंबर बंद हुए हैं, उनमें अतीक की जमीन की खरीद-फरोख्त में शामिल लोग भी शामिल हैं. उमेश पाल के शूटरों की तलाश में पुलिस टीमों ने शूटर के दोस्तों रिश्तेदारों के साथ-साथ अतीक अहमद की जमीन खरीद-फरोख्त से जुड़े लोगों के नंबर सर्विलांस पर लिए थे. बंद हुए नंबरों का डिटेल खंगाला जा रहा. उनकी कॉल डिटेल ली जा रही.
इस बीच लखनऊ जेल में बंद अतीक अहमद के सबसे बड़े बेटे उमर के बर्ताव में बड़ा बदलाव आया है. पिता अतीक अहमद और चाचा अशरफ की हत्या के बाद से उमर बेहद शांत रहने लगा है. छोटे भाई असद के एनकाउंटर की खबर मिलने के बाद उमर एक घंटे तक रोता रहा. इसके बाद वह शांत हो गया है.
बीते शनिवार को अतीक अहमद और अशरफ की हत्या की खबर जैसे ही उमर को मिली तो वह अचानक बैरक में बैठ गया और ऊपर देखकर दुआ मांगी. उमर को दूसरे दिन यानि रविवार को पता चला था कि अतीक और अशरफ की हत्या हो गई है. हत्या की खबर पर जेल बंदी रक्षक से सिर्फ एक सवाल किया कि हत्या करने वाले कौन थे? क्या वो पकड़े गए?
भाई के इनकाउंटर और पिता-चाचा की हत्या के बाद भी उमर रोजे में रहकर शांत हो गया. बीते रविवार से उमर ने हाई सिक्योरिटी बैरक में तैनात जेल कर्मियों से भी बात करना बंद किया. बैरक में उमर सिर्फ चहलकदमी करके या मंगवाई किताबों को पढ़कर रहता है. उसके हाव-भाव में एक दम से तब्दीली आ गई है.