Saturday, May 18, 2024

आखिर लता मंगेशकर जी जीवन भर कुँवारी क्यों रहीं ?वजह सुनकर रो पड़ेंगे आप…

हम सभी जानते हैं कि लता मंगेशकर ने 6-02-2022 को रविवार की सुबह अंतिम सांस ली। जिसका खामियाजा लाखों को भुगतना पड़ा है। स्वर कोकिला और भारत रत्न लता मंगेशकर का पार्थिव शरीर 6 तारीख की शाम पंचमहाभूत में विलीन हो गया है। मुंबई के अंदर शिवाजी पार्क मैदान की बात करें तो लाखों की भीड़ उमड़ पड़ी. साथ ही लता मंगेशकर जी के अंतिम दर्शन के लिए उद्धव ठाकरे सहित नरेंद्र मोदी और कई महान हस्तियां वहां मौजूद थीं। स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर का पूरे राजनीतिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।

जिसके बारे में बात करते हुए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, शाहरुख खान, क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और रणबीर कपूर जैसे कई बड़े बॉलीवुड कलाकार लता मंगेशकर को अंतिम सम्मान देने के लिए वहां मौजूद थे। इसके अलावा पूरा बॉलीवुड और लाखों फैन्स लताजी के निधन से शोक में डूबे हुए थे.

जानकारी मिल रही है कि लता मंगेशकर ने तेरह साल की उम्र में ही गाना शुरू कर दिया था। वह पहले से ही बेहद सादा जीवन जीते थे। साथ ही लता मंगेशकर जी की बात करें तो उनकी पहली कमाई महज 25 रुपये थी। और उन्होंने बहुत ही सादा जीवन जीने की कोशिश की। उन्होंने एक बार कहा था कि वह जीवन जीने की कोशिश करते हैं ताकि मेरे द्वारा किसी को चोट न पहुंचे। उनके पास कारों का बहुत बड़ा कलेक्शन था। इसके अलावा एक बड़ी एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक लता मंगेशकर के पास कुल 360 करोड़ रुपए की संपत्ति थी।

जहां तक ​​लता मंगेशकर जी की कमाई की बात है, तो उनकी कमाई का ज्यादातर हिस्सा उनके द्वारा गाए गए गानों से होने वाली रॉयल्टी आय थी। इसके अलावा उन्होंने कई जगहों पर अच्छा निवेश भी किया। जिसके बारे में बात करते हुए, लता मंगेशकर जी मुंबई के अंदर पेडर रोड पर प्रभाकुंज नामक इमारत में रहती थीं। इसके अलावा लता मंगेशकर के पास कई शानदार कारों का कलेक्शन था। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें कारों का बहुत शौक है।

लता मंगेशकर जी के एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि उन्होंने सबसे पहले शेवरले कार खरीदी थी। यह कार उन्होंने इंदौर से खरीदी थी। अगर बात करें यश चोपड़ा के तोहफे में लता जी को लग्जरी मर्सिडीज कार भी गिफ्ट की गई थी। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा, यश चोपड़ा मुझे अपनी बहन की तरह मानते थे और वह मुझसे बहुत प्यार करते थे। यह कार अब भी लताजी के पास ही थी।

लताजी के निधन की खबर सुनकर लाखों लोग और लाखों हस्तियां सदमे में चली गईं। साथ ही हर कोई और लाखों प्रशंसक लताजी की दिव्य आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं और सोशल मीडिया के जरिए श्रद्धांजलि दे रहे हैं. लता मंगेशकर जी की सुरीली आवाज उनके प्रशंसकों के कानों में हमेशा गूंजती रहेगी। लता मंगेशकर जी ने अपने जीवनकाल में भारत को हजारों गीत दिए हैं।

लता मंगेशकर जी का जन्म 28 सितंबर 1929 को मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था। जब उनका जन्म हुआ तो घर की स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी। उन्होंने कई मुश्किलों का सामना किया और अपनी मेहनत लगन और लगन की बदौलत उन्होंने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं। इसके अलावा लता मंगेशकर जी ने 30 से ज्यादा भाषाओं में 30 हजार से ज्यादा गाने गाए हैं।

इसके अलावा लता मंगेशकर को उनके जीवन काल में कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, 1969 में पद्म भूषण, 1989 में दादा साहेब फाल्के पुरस्कार, 1999 में पद्म विभूषण, आपको बता दें कि वर्ष 2001 में लताजी को महान सम्मान से सम्मानित किया गया था। भारत रत्न का पुरस्कार है इसके अलावा लताजी के करोड़ों प्रशंसकों के बीच एक सवाल हमेशा उठता रहेगा कि आखिर लताजी ने शादी क्यों नहीं की।

आज हम आपको लताजी के प्यार के बारे में बताने जा रहे हैं कि उन्होंने जीवन भर शादी क्यों नहीं की। जिसके बारे में बोलते हुए, लताजी बचपन से ही अपने भाई-बहनों मीना आशा और उषा और उनके भाई हदयनाथ की देखभाल करती थीं। और तब वह पढ़ने के लिए बहुत बूढ़ा हो गया था। एक बड़ी न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, देवगढ़ क्रिकेट और बीसीसीआई अध्यक्ष राजसिंह डूंगरपुर लता मंगेशकर के भाई हृदयनाथ मंगेशकर के काफी करीबी दोस्त थे.

रही बात हमारे रमैया राज सिंह की तो वह राजस्थान के राजघराने से ताल्लुक रखते थे। और राजसिंह डूंगरपुर के स्वर्गवासी राजा महारावल लक्ष्मणजी सिंहजी के सबसे छोटे पुत्र थे। लता मंगेशकरजी को राज सिंह से प्यार हो गया। कहा जाता है कि उस समय लताजी और राजसिंह ने विवाह करने का विचार किया जबकि महाराव लक्ष्मणसिंहजी ने विवाह करने से इंकार कर दिया।

इसके पीछे एक चौंकाने वाला कारण भी है, आपको बता दें कि इसके पीछे का कारण यह था कि लता मंगेशकर जी शाही परिवार से नहीं थीं। साथ ही महारावल लक्ष्मणजी नहीं चाहते थे कि उनके पुत्र का विवाह किसी साधारण कन्या से हो। जिससे लता मंगेशकर जी जीवन भर कुवारा ही रहीं।

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