हिंदू धर्म में अमरनाथ यात्रा को बहुत पवित्र माना जाता है. शिव भक्त हर साल इस यात्रा का बेसब्री से इंतजार करते हैं. अमरनाथ धाम को बाबा बर्फानी के नाम से भी जाना जाता है. बाबा बर्फानी की इस गुफा में भगवान शिव जी ने माता पार्वती को उनके अमृत्व का रहस्य बताया था. इसलिए इसे अमरनाथ कहा जाता है.
यहां भगवान शिव एक बर्फ-लिंगम यानी बर्फ के शिवलिंग के रूप में विराजमान हैं, मान्यता है जो शिव के इस स्वरूप का दर्शन कर लेता है उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है. आइए जानते हैं इस साल अमरनाथ यात्रा कब से शुरू होगी, इस पवित्र धाम का इतिहास.
अमरनाथ यात्रा 2023 डेट
इस साल बाबा बर्फानी यानी अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई 2023 से शुरू हो रही है. इस दिन शनि प्रदोष व्रत है. वहीं अमरनाथ यात्रा का समापन 31 अगस्त 2023 को सावन पूर्णिमा पर होगा. ये पूरी यात्रा 62 दिनों की होगी.
अमरनाथ धाम से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
अमरनाथ की गुफा में शिव जी जब देवी पार्वती को कथा सुनाने के लिए ले गए तब उन्होंने अपने गणों को अलग-अलग स्थान पर छोड़ दिया. नंदी को पहलगाम, चंद्रमा को चंदनवाड़ी, सर्प को शेषनाग नामक स्थान पर और पंचतरणी पर गंगा जी को छोड़ दिया था. कहते हैं अमरनाथ की यात्रा में आज भी ये स्थान मिलते हैं.
यहां गुफा की छत में एक दरार से पानी की बूंदों टपकती हैं जो ठंड के कारण जम जाती है लेकिन आश्चर्य की बात है कि ये स्वंय ही शिवलिंग का रूप ले लेती हैं.
अमरनाथ गुफा में स्थित पार्वती जी का शक्तिपीठ है, जोकि 51 शक्तिपीठों में से एक है. कहा जाता है कि यहां देवी भगवती का कंठ गिरा था.
यह दुनिया का एकमात्र शिवलिंग है जो चंद्रमा की रोशनी के आधार पर बढ़ता और घटता है. हर साल यहां श्रावण शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को शिवलिंग पूरा होता है और उसके बाद आने वाली अमावस्या तक आकार में काफी घट जाता है.