सिक्किम में खतरनाक हिमस्खलन में छह पर्यटकों की मौत हो गई है. जबकि 11 पर्यटक घायल हो गए हैं। हिमस्खलन मंगलवार दोपहर 12.20 बजे गंगटोक और नाथू ला दर्रे को जोड़ने वाले जवाहर लाल नेहरू रोड पर हुआ। मालूम हो कि अभी भी बड़ी संख्या में पर्यटक वहां फंसे हुए हैं। फंसे पर्यटकों की संख्या 80 बताई गई है। इन लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
Reports of some tourists trapped in Avalanche on road towards Changu
Prayers🙏🏻🙏🏻
4th April 2023#Sikkim pic.twitter.com/pVqaJm2nYq
— Weatherman Shubham (@shubhamtorres09) April 4, 2023
हिमस्खलन के दौरान क्षेत्र में 150 से अधिक पर्यटकों के होने की सूचना है। हिमस्खलन दोपहर करीब 12 बजे हुआ। फिलहाल सिक्किम पुलिस, सिक्किम के ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन, पर्यटन विभाग के अधिकारियों और वाहन चालकों द्वारा बचाव अभियान चलाया जा रहा है।
#WATCH | Rescue operation underway at 14th mile on Jawaharlal Nehru road connecting Gangtok with Nathula after an avalanche strikes the area in Sikkim
22 tourists who were trapped in snow have been rescued. 350 stranded tourists and 80 vehicles were rescued after snow clearance… pic.twitter.com/kkV85NFWI5
— ANI (@ANI) April 4, 2023
सिक्किम पुलिस महानिरीक्षक (चेक पोस्ट) सोनम तेनजिंग भूटिया ने कहा कि मृतकों में चार पुरुष, एक महिला और एक बच्चा शामिल है। इनमें से अभी तक किसी की पहचान नहीं हो पाई है। बर्फ में फंसे 22 पर्यटकों को रेस्क्यू कर लिया गया है. सड़क से बर्फ हटाकर 350 फंसे पर्यटकों और 80 वाहनों को निकाला गया है.
अस्पताल में इलाज चल रहा है.सेना:
के साथ-साथ राज्य पुलिस और स्थानीय स्वयंसेवक भी बचाव कार्य में लगे हुए हैं. जानकारी के मुताबिक शाम को तीन घंटे तक फंसे 80 पर्यटकों में से 30 को बाहर निकालने में मदद कर दी गई है. अभी तक करीब 50 पर्यटक बर्फ के नीचे दबे हुए हैं। निकाले गए सभी पर्यटकों को राज्य की राजधानी गंगटोक के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। यहां सभी का इलाज किया जा रहा है।
प्रतिबंधित क्षेत्र से आगे पहुंचे पर्यटक:
सिक्किम में पिछले कुछ महीनों से लगातार बर्फबारी हो रही है। इसके चलते पर्यटकों को जवाहरलाल नेगुरु रोड स्थित 12वें मील प्वाइंट तक जाने की अनुमति दी गई। सिक्किम के अधिकारियों का कहना है कि प्रतिबंध के बावजूद पर्यटक 15 मील तक पहुंच गए थे और भूस्खलन में फंस गए थे.