कांच का टूटना एक आम घटना है लेकिन मान्यताओं के अनुसार कुछ लोग इसे शुभ मानते हैं तो कुछ लोग इसे अशुभ मानते हैं। वास्तु और ज्योतिष शास्त्र में ही कांच से जुड़े शुभ और अशुभ संकेतों पर विचार किया गया है। यदि किसी शुभ अवसर पर शीशा या शीशा टूट जाए तो माना जाता है कि कोई अपशकुन होने वाला है। वहीं कांच का टूटना भी शुभ घटना का संकेत देता है। आइए एस्ट्रोलॉजर चिराग बेजान दारूवाला से जानते हैं कि कांच का टूटना कब शुभ होता है और कब अशुभ।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर घर में रखी कोई कांच की चीज या दर्पण अचानक टूट जाए तो यह एक शुभ संकेत माना जाता है। ऐसा अनुमान है कि घर में कोई बड़ी मुसीबत आने वाली थी जिसे कांच ने अपने ऊपर ले लिया। टूटा हुआ शीशा इस बात का संकेत देता है कि आने वाला संकट टल गया है और आपका परिवार अब पूरी तरह से सुरक्षित है। कांच का टूटना इस बात का संकेत देता है कि घर में पुराने विवाद का कोई कारण अब खत्म होने वाला है।
शीशा या कांच से जुड़ी इन बातों का रखें ध्यान
-घर में कभी भी टूटा शीशा या कांच नहीं रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र के मुताबिक, टूटा हुआ शीशा घर में रखने से परिवार में
नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। ऐसे में अगर आप अशुभ फलों से बचना चाहते हैं तो टूटा शीशा या शीशे की टूटी चीज बिल्कुल
भी घर में न रखें।
-वास्तु के अनुसार, घर में गोल आकार का और धार वाले शीशे का प्रयोग कभी नहीं करना चाहिए । गोल की जगह आप अष्टकोनीय,
यानी आठ कोनो वाल आईना लगा सकते हैं। नुकीले आकार का आईना लगाने से घर में नकारात्मकता आती है और परेशानी बनी रहती
है।
-बेडरूम में कभी भी आईना नहीं लगाना चाहिए। इससे पति-पत्नी के बीच लड़ाई-झगड़े होते हैं। वहीं अगर सोते समय आपका प्रतिबिंब
आईने में नजर आ रहा है तो उसमें कोई कपड़ा डाल दें।
-वास्तु शास्त्र के मुताबिक, घर में आईना लगाने के लिए उत्तर-पूर्व दिशा का चुनाव करना चाहिए। इस दिशा में आईना लगाने से
परेशानियां धीरे-धीरे अपने आप दूर होती चली जाती हैं।