अपने देश में एक से बढ़कर एक जुगाड़ू लोग हैं. तरह-तरह के जुगाड़ से लोग क्या कुछ नहीं बना देते हैं. कुछ ऐसा ही अभी बेतिया में देखने को मिला है. जहां एक व्यावसायी ने मोपेड पर ही आटे की चक्की फिक्स कर ली है. खास बात यह है कि ऐसा करने के बाद अब वह घर-घर जाकर सबके सामने चने से सत्तू और गेहूं से आटा पीसता है और अपनी रोजी रोटी चलाता है. चौंकाने वाली बात यह है कि यह व्यावसायी हर दिन तकरीबन 50 किलोमीटर तक का सफर तय करता है.
मोपेड पर छोटे आकार की आटे की चक्की को फिक्स कर घर-घर जाकर सत्तू पिसने वाले दिनेश ने बताया कि यह आइडिया उनके दिमाग में 2 साल पहले ही आया था. उन्होंने अपने मोपेड पर छोटे आकार की चक्की फिट की है, जिसे चलाने के लिए पेट्रोल से चलने वाली एक मिनी जेनरेटर भी सेट की है. जेनरेटर में 1 लीटर पेट्रोल डालने पर वह तकरीबन 50 किलो तक सत्तू पीस देता है. दिनेश के अनुसार हर एक किलो सत्तू की पिसाई पर उन्हें 12 रुपये का लाभ होता है. मजे की बात यह है कि इस काम में उन्हें इतना आनंद आता है कि मोपेड पर घूमते-घूमते हर दिन 50 km तक का सफर तय कर लेते हैं.
हाथों हाथ मिलेगा शुद्ध सत्तू
मोपेड पर चल रहे इस खास चक्की की खासियत यह है कि यह आपको, आपकी आंखों के सामने ही चने या गेहूं को पीस कर देगा. इसमें न तो मिलावट की चिंता करनी है और न ही खराब पिसाई की. गौर करने वाली बात यह है कि बाजार में चने के सत्तू की कीमत 150 रुपये प्रति किलो है, लेकिन अगर आप इसकी पिसाई करवाते हैं, तो यह महज 100 रुपये प्रति किलो के हिसाब से ही मिल जाएगा. चम्पारण के दर्जनों व्यावसायी इस जुगाड़ से अपनी रोजी रोटी बेहतर तरीके से चला पा रहे हैं.