अब तक आपने प्रसाद के रूप में श्रीफल समेत कई मीठे व्यंजन ग्रहण किए होंगे। प्रत्येक भगवान को उनकी इच्छा के अनुसार बलि और प्रसाद चढ़ाया जाता है। गुजरात में अंबाजी मंदिर, सोमनाथ मंदिर, द्वारका मंदिर की अपनी प्रसाद परंपरा है। लेकिन गुजरात में एक जगह ऐसी भी है जहां प्रसाद के रूप में नमक दिया जाता है। और ये जगह गुजरात में ही स्थित है। यहां प्रसादी के रूप में नमक चढ़ाया जाता है। यह स्थान नवसारी जिले के दांडी में स्थित है। गांधी ने यहां नमक कानून तोड़ा था। तो यहाँ नमक का स्मारक बनाया है। इसी के चलते यहां आने वाले लोगों को प्रसाद में नमक दिया जाता है।
यह बात कम ही लोगों को पता होगी। यह स्थान नवसारी के तने पर स्थित है। जहां गांधी जी ने नमक कानून तोड़ा। जिसके तहत सत्याग्रह किया गया और 81 सत्याग्रही दांडी पहुंचे। नमक कानून तोडऩे के बाद यहां गांधी जी ने कहा था कि यह दांडी यात्रा नहीं बल्कि धार्मिक यात्रा है। इसीलिए केंद्र सरकार ने इस ऐतिहासिक स्थल पर स्मारक के रूप में नमक स्मारक तैयार किया है। लोग दूर-दूर से दर्शन करने आते हैं।
यहां आने वाले लोगों को प्रसाद के रूप में नमक दिया जाता है। पूरी दुनिया में शायद यही एक ऐसी जगह है जहां प्रसादी में नमक परोसा जाता है। आपको बता दें कि यहां गांधी ने नमक अगर में एक चुटकी नमक उठाकर नमक कानून तोड़ने की घोषणा की थी.