Saturday, May 18, 2024

बिना हॉलमार्क वाले सोने की बिक्री पर रोक घर में रखे जेवर भी नहीं बेच सकते…

एक अप्रैल से पूरे देश में बिना हॉलमार्किंग वाले सोने की बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. अब कोई भी जौहरी बिना हॉलमार्किंग के सोना बाजार में नहीं बेच सकेगा। हालांकि, ज्वैलर्स के लिए सोने के गहनों पर हॉलमार्किंग पहले ही अनिवार्य कर दी गई थी। लेकिन अभी तक व्यापारी पुराने स्टॉक के नाम पर बिना हॉलमार्क के सोना और उससे बने आभूषण बेचते थे।

ऐसे में आपके मन में यह सवाल उठना वाजिब है कि जब बाजार में बिना हॉलमार्क वाले सोने की बिक्री पर प्रतिबंध है तो क्या आप अपने घर में रखे बिना हॉलमार्क वाले आभूषण नहीं बेच पाएंगे? इस लेख में हम आपके इसी सवाल के बारे में बात करेंगे। आइए जानते हैं अब कैसे बिना हॉलमार्क वाली ज्वैलरी को बेचा जा सकता है।

हॉलमार्क क्या है?:
हॉलमार्क सोने की शुद्धता का पैमाना होता है। यह सुनिश्चित करता है कि आपके द्वारा खरीदा गया सोना असली है। यह बीआईएस यानी भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा प्रमाणित है। इसके तहत सोने, चांदी और उनसे बने गहनों पर कुछ निशान लगाए जाते हैं, ताकि उसकी शुद्धता का पता चल सके। हॉलमार्किंग के तहत लैब टेस्टिंग के बाद सोने या चांदी की ग्रेडिंग की जाती है। इसमें कैरेट और शुद्धता के हिसाब से हॉलमार्किंग सेंटर की पहचान होती है। जैसे 22के 916 यानी 91.6 प्रतिशत शुद्धता वाला 22 कैरेट सोना और 18के 750 यानी 75 प्रतिशत शुद्धता वाला 18 कैरेट सोना आदि।

ग्राहकों को क्या होगा फायदा?:
हॉलमार्क की बदौलत ग्राहक अब सोने या चांदी की गुणवत्ता की खुद जांच कर सकते हैं। इसका मतलब है कि हॉलमार्किंग देखकर ग्राहक को पता चल जाएगा कि सोना या चांदी कितना असली है और कितना मिलावटी है। हॉलमार्किंग से मिलावटी, घटिया क्वालिटी और नकली सोने पर लगाम लगाई जा सकती है। इससे अब ज्वैलर्स असली सोने के नाम पर ग्राहकों को बेवकूफ नहीं बना सकेंगे।

बिना हॉलमार्क वाले गहनों का क्या होता है?:
अब आपके सवाल पर आते हैं कि आपके घर में रखी बिना हॉलमार्क वाली ज्वैलरी का क्या होता है? आपको बता दें कि इससे आपके पुराने गहनों की कीमत पर कोई असर नहीं पड़ेगा। अगर आप इसे बेचना चाहते हैं तो आपको इसकी कीमत उस दिन के सोने के रेट के हिसाब से मिल जाएगी। हालांकि, ज्वैलर्स को पुराने गहनों की गुणवत्ता की जांच करनी चाहिए और हॉलमार्किंग के बाद ही इसे फिर से बेचना चाहिए। इसका सीधा सा मतलब है कि आप बिना हॉलमार्क वाले आभूषण बाजार में बेच सकते हैं, लेकिन ज्वैलर्स बिना हॉलमार्किंग के उस सोने का इस्तेमाल नहीं कर सकते। इसके लिए उन्हें सोने को पिघलाकर नए डिजाइन में हॉलमार्किंग के साथ बेचना पड़ता है।

Related Articles

Stay Connected

1,158,960FansLike
856,329FollowersFollow
93,750SubscribersSubscribe

Latest Articles