इंसान को रोजाना यानि 24 घंटे में 2 से 3 लीटर पानी पीना चाहिए. जिसके वजह शरीर में ह्यूमिडी लेवल मैनेज रहता है. लेकिन अंदाजा लगाइये कोई इंसान रोजाना 10 लीटर पानी पिने लगे, क्या ये स्वास्थ्य के लिए अच्छा रहेगा? क्यूंकि इतना पानी रोजना पीना कोई आम बात नहीं है. डॉक्टर का मानना है कि इतना पानी इंसान एक ही सूरत में पी सकता है जब उसे डायबिटीज की बीमारी हो. हम एक ऐसे ही शख्स की बात करने जा रहे हैं जो रोजाना 10 लीटर पानी पीता है. लेकिन जांच में डॉक्टर्स की धारणा ही बदल गई.
41 वर्षीय जोनाथन नामक शख्स को खूब प्यास लगती थी. जिसके वजह से वह रोजाना 10 लीटर पानी पीने लगा था. डॉक्टर्स को लगा कि जोनाथन को हो न हो डाइबिटीज की बीमारी है. लेकिन जांच उसमें ऐसी कोई लक्षण दिखाई नहीं दिए. डॉक्टर्स भी हैरान रह गए कि इसका ऐसा क्या कारण हो सकता है?
आंख जांच में खुली पोल
आंखों में दिक्कत हुई तो जोनाथन जांच कराने के लिए डॉक्टर के पास पहुंचे. वहां टेस्ट में उनकी आंखों में गांठ दिखाई पड़ी. जब उनका एमआरआई किया गया तो पता चला कि उनकी पिट्यूटरी ग्लैंड के पास एक ब्रेन ट्यूमर है. ये ग्लैंड मानव की भावना और एहसास को नियंत्रित करता है. लेकिन उनके पिट्यूटरी ग्लैंड के पास ट्यूमर होने की वजह से ये काम करना बंद कर दिया था और उन्हें हमेशा प्यास लगे रहने का एहसास रहता था. जिसके वजह से वह रोजाना जरूरत से पांच गुना ज्यादा पानी पीने लगा था.
जांच के बाद लगा सदमा
जोनाथन ने डेली मेल को बताया कि जैसे ही मुझे ट्यूमर के बारे में डॉक्टर्स ने जानकारी दी, मैं सदमे में चला गया. आखिरकार, उसका इलाज शुरू हुआ. इसकी 30 बार रेडियोथेरेपी की गई. लंबे इलाज के बाद आख़िरकार वह ब्रेन ट्यूमर से मुक्त हो गया. उसने जानकारी दी कि इलाज से पहले वह दौड़ नहीं सकता था लेकिन अब उसका वजन कंट्रोल हो गया है.