बुद्ध के सिर पर ये घुंघराले बाल नहीं है, बल्कि ये जानवर हैं, जानिए क्या है इन 108 जानवरों की कहानी….
- गौतम बुद्ध की आपनी जितनी भी मूर्तियां देखी होंगी, उनमें उनके सिर पर आपने घुंघराले बाल देखे होंगे. लेकिन क्या आप जानते हैं ये उनके बाल नहीं है.\
- गौतम बुद्ध की तपस्या ने ही उन्हें महान बना दिया था. जब उन्होंने तपस्या करनी शुरू की थी, उस वक्त उन्होंने ज्ञान प्राप्त किया था. और उस वक्त उन्हें किसी भी चीज का ध्यान नहीं रहा था. बताया जाता है कि जैसे-जैसे समय बीतता गया, सूरज की किरणें उसके सिर पर पड़ने लगीं.
- मीडियम डॉट कॉम पर छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, उसी वक्त एक घोंसा यानी स्नैल पेड़ के नीचे बैठा था और देख रहा था बुद्ध तपस्या कर रहे हैं और उनके सिर पर धूप आ रही है.
- माना जाता है कि इस वक्त घोंघे को लगा कि इससे बुद्ध का ध्यान भटक सकता है, इसलिए वो उनके सिर पर पहुंच गया और बुद्ध के शरीर को ठंडक देने की कोशिश की.
- ये देखकर और घोंघे भी वहां आ गए और उनके सिर पर एक टोपी बना ली. बताया जाता है कि ये करीब 108 घोंघे थे जो एक टोपी की तरह उनके सिर पर जमा हो गए.
- अब जो उनके सिर पर घुंघराले बाल दिखते हैं, वो बाल नहीं बल्कि घोंघे हैं, जो एक दूसरे के आस-पास चिपक कर बैठे हैं.
- इन घोंघे ने बुद्ध की तपस्या के लिए अपना जीवन दे दिया था और जब गौतम बुद्ध खड़े हुए तो उन्होंने उनके बल्कि बलिदान के लिए शहीद माना.
- इसके बाद से उन्हें बुद्ध की प्रतिमाओं में प्रदर्शित किया जाता है और हर मूर्ति में स्नैल को दिखाया जाता है.