‘कंटोला’ लौकी फैमिली की एक प्रसिद्ध सब्जी है, जो मानसून सीज़न में आसानी से पाई जाती है. इसे स्पाइनी गॉर्ड के नाम से भी जाना जाता है.
हरे रंग की इस अंडाकार सब्जी में कई जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जैसे- विटामिन, मिनरल्स, फाइबर आदि. यह सब्जी इम्यूनिटी को बढ़ावा देने के साथ-साथ शरीर को पोषण से भरने में भी मदद करती है.
कंटोला का टेस्ट खरबूजे और करेले से मिलता-जुलता है. पूरा पक जाने के बाद यह और भी ज्यादा कड़वा हो जाता है. कंटोला में विटामिन A प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो आंखों की रोशनी को तेज करने में हेल्प करता है.
इस सब्जी में मौजूद रस का इस्तेमाल पिंपल्स और एक्जिमा की दिक्कत को ठीक करने के लिए किया जाता है. कंटोला के बीज को एक्सपर्ट भूनकर खाने की भी एडवाइज देते हैं.
कंटोला फ्लेवोनोइड्स और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होता है. यही वजह है कि ये फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाता है. आयुर्वेद के मुताबिक, इस सब्जी का इस्तेमाल कुछ लोग सेंट्रल नर्वस सिस्टम की बीमारियों के ट्रीटमेंट के रूप में भी करते हैं.
इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है, इसलिए कंटोला वेट लॉस जर्नी में भी मददगार साबित हो सकता है. कंटोला में फाइबर की मौजूदगी भी पाई जाती है, जो आपके पेट को लंबे समय तक भरा रखने का काम करती है. इसे खाने से कब्ज की समस्या से राहत मिलती है.