आप किस तारीख को होली जलाएंगे?दिनांक 06/03/2023 सोमवार की शाम 04:18 मिनट से पूर्णिमा लग रही है अत: रात्रि में पूर्णिमा है। अगले दिन यानि 07/03/2023 को शाम 6 बजकर 11 मिनट तक ही पूर्णिमा है और होली का नियम है कि निशाकाल में ही ज्योति जलानी चाहिए। पूर्णिमा तिथि 7 तारीख को निशा काल तक नहीं पहुंचती है, इसलिए शास्त्रों के अनुसार होली 6 तारीख को ही जलानी चाहिए। उदय तिथि के नियम का पालन करने पर 7 तारीख को भी होली जलाई जा सकती है।
अर्थ:-होलिका दहन निशाकाल में करना चाहिए होलिका दहन या होलिका पूजन दिन में नहीं करना चाहिए।
होलिका दहन के समय क्या करें-होलिका दहन पूजा के दौरान आपका मुख पूर्व या उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए।
होलिका दहन से पहले होलिका की कम से कम 7 परिक्रमा करें।
होली जलाने से पहले घर-परिवार की सुख-शांति की प्रार्थना करें।
होलिका दहन का पौराणिक महत्व-पुराणों के अनुसार, राक्षस राजा हिरण्यकश्यप ने देखा कि उसका पुत्र प्रह्लाद भगवान विष्णु के अलावा किसी और में विश्वास नहीं करता तो वह क्रोधित हो गया। उसने अपनी बहन होलिका को प्रह्लाद को गोद में लेकर अग्नि में बैठने का आदेश दिया। होलिका को वरदान प्राप्त था कि अग्नि उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। लेकिन हुआ उल्टा होलिका जलकर राख हो गई।
6 तारीख को ही क्यों जलाई जाती है होली?होली का नियम है कि इसे निशा काल में ही जलाना चाहिए। आइए समझते हैं शास्त्रों के एक श्लोक से।रात के समय बुद्धिमानों कोहमेशा होलिका की पूजा करनी चाहिए दिन के समय धूंधा की
पूजा नहीं करनी चाहिए , क्योंकि यदि कोई इसकी पूजा करता है, तो इससे कष्ट होगा।