सावन की हरियाली अमावस्या 17 जुलाई 2023 को है. कहते हैं हरियाली अमावस्या पर 5 तरह के पौधे जरुर लगाने चाहिए, इससे पितृदोष, शनिदोष और कालसर्प दोष दूर होता है.
नीम – हरियाली अमावस्या पर घर के बाहर नीम का पेड़ जरुर लगाएं. इससे घर में नकारात्मक शक्यिां प्रवेश नहीं करती, अमंगल का नाश होता है. राहु-केतु, शनि दोष से मुक्ति मिलती है. नीम के पेड़ को हमेशा दक्षिण दिशा में लगाना चाहिए.
आंवले – आंवले का संबंध श्रीहरि विष्णु से है. हरियाली अमावस्या पर घर में आंवले का पौधा लगाने से कभी धन की कमी नहीं होती. कहते हैं जैसे-जैसे आंवले का पौधा बढ़ता है घर में धन और सुख में वृद्धि होती है. आंवले के पौधे को ईशान कोण में लगाना चाहिए.
बेल – बेल में स्वंय शिव का वास माना जाता है. हरियाली अमावस्या पर बेल का पेड़ घर या शिव मंदिर में भी लगा सकते हैं. नित्य इसकी पूजा करने वालों को कालसर्प दोष से मुक्ति मिल जाती है. बेल के पौधे को घर के वायव्य कोण में लगाना शुभ रहेगा.
पीपल – हरियाली अमावस्या पर मंदिर में पीपल का पेड़ लगाने से त्रिदेव का आशीर्वाद मिलता है. पीपल को सर्वाधिक पूजनीय वृक्ष माना जाता है. पीपल की पूजा से व्यक्ति बहुत जल्द पितृदोष और कालसर्प दोष से मुक्ति पा लेता है. उसका हर संकट दूर हो जाता है, आयु लंबी होती है. पीपल को पश्चिम दिशा में लगाना चाहिए.
बरगद – बरगद को वट वृक्ष कहा जाता है. हरियाली अमावस्या पर मंदिर या किसी बड़ी खाली जगह पर वट का पौधा लगाने से पति पर कभी कोई संकट नहीं आता. इसकी पूजा से अखंड सौभाग्यवती रहने का वरदान मिलता है.इसे उत्तर दिशा में लगाएं. ये सभी पेड़ तभी लाभ देते हैं जब इन्हें रोपने के बाद इनकी देखभाल करने का संकल्प लें.