धधकती गर्मी यहाँ है। हम जहां भी जाते हैं अपने साथ पानी की बोतल लेकर जाते हैं। लोग रीयूजेबल बोतल को सुरक्षित मानते हैं इसलिए वे उसी का पानी पीते हैं और उसे रोज साफ भी नहीं करते।
इससे बोतल के अंदर बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। जिससे हम बीमार हो जाते हैं। अमेरिका में Waterfilterguru.com द्वारा किए गए एक शोध में कहा गया है कि अक्सर इस्तेमाल की जाने वाली पानी की बोतल में एक टॉयलेट सीट से 40,000 गुना अधिक बैक्टीरिया हो सकते हैं!
जो लोग पानी की बोतल में सिर्फ एक या दो बार पानी भरते हैं और मानते हैं कि बोतल साफ है, उन्हें आज की यह खबर जरूर पढ़नी चाहिए।
अमेरिकी शोधकर्ताओं की एक टीम ने पुन: प्रयोज्य पानी की बोतलों की सफाई की जांच की।
उसने बोतल के सभी हिस्सों यानी उसका ऊपरी हिस्सा, ढक्कन, ढक्कन आदि का परीक्षण किया।
शोध के मुताबिक, बोतल पर दो तरह के बैक्टीरिया पाए गए, जिनमें ग्राम-नेगेटिव बैक्टीरिया और बेसिलस बैक्टीरिया शामिल हैं।
ग्राम-नेगेटिव बैक्टीरिया विभिन्न प्रकार के संक्रमणों के लिए जिम्मेदार होते हैं।
बैसिलस बैक्टीरिया गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं पैदा कर सकता है।
शोध में बोतलों की तुलना रसोई के बाकी हिस्सों से की गई, जिसमें पाया गया कि बोतलों में सिंक के बर्तनों की तुलना में दोगुने कीटाणु होते हैं।
सवाल: इस रिसर्च के मुताबिक क्या पानी की बोतल को रोजाना साफ करना चाहिए? या क्या गर्मी के मौसम में ही सफाई करना संभव है?
उत्तर: बोतलों का उपयोग उसी प्रकार करें जैसे आप अपने घर के अन्य बर्तनों का उपयोग करते हैं।
गर्मियों में बैक्टीरिया पनपने की संभावना ज्यादा होती है। लेकिन इसका मतलब सिर्फ गर्मियों में ही नहीं है बल्कि जब भी आप किसी भी मौसम में पानी की बोतल का इस्तेमाल करें तो उसे जरूर साफ करें।
हो सके तो इसे कुछ मिनट के लिए धूप में सूखने के लिए छोड़ दें, ताकि बदबू दूर हो जाए और इसमें मौजूद बैक्टीरिया मर जाएं।
अमेरिका में हुए शोध यह भी बताते हैं कि पानी की बोतलों को दिन में कम से कम एक बार साबुन, गर्म पानी या सप्ताह में एक बार साफ करना चाहिए।
सवाल: ठीक है तो किस बोतल में पानी भर कर रखना चाहिए ?
उत्तर: शोध से पता चला है कि कांच की बोतलें सुरक्षित होती हैं। लेकिन इसे बचाना आसान नहीं है। इसलिए ऐसी बोतल लें जिसमें पीने के पानी के लिए अलग गिलास हो या जिसका ढक्कन न हो।
बोतलबंद पानी में बैक्टीरिया का असर खतरनाक …
जो लोग एंटीबायोटिक्स ले रहे हैं उन पर दवा का असर नहीं होगा।
पेट खराब, एसिडिटी, डायरिया हो सकता है।
रक्तचाप ऊपर नीचे हो सकता है।
हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है।
उल्टी, जी मिचलाने जैसी समस्या हो सकती है।
छोटी लड़कियों को समय से पहले हार्मोनल परिवर्तन का अनुभव हो सकता है।
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का भी खतरा होता है।
सवाल: क्या फ्रिज की बोतलों में भी बैक्टीरिया होते हैं?
उत्तर: फ्रिज में पानी रखने के लिए ज्यादातर लोग प्लास्टिक की बोतलों का इस्तेमाल करते हैं. इसमें आपकी सोच से अधिक बैक्टीरिया होते हैं, जो आपको बीमार कर सकते हैं। इसलिए सस्ती प्लास्टिक की बोतलों का इस्तेमाल न करें। हर दो से तीन दिनों में अच्छी गुणवत्ता वाली बोतल को साफ करना सुनिश्चित करें।
प्रश्न: प्लास्टिक की बोतलों से पानी पीना सुरक्षित क्यों नहीं है?
उत्तर: राष्ट्रीय पर्यावरण स्वास्थ्य विज्ञान संस्थान के अनुसार प्लास्टिक की बोतलों में बीपीए नामक रसायन होता है।
BPA को पहली बार 1890 के दशक में खोजा गया था। लेकिन 1950 के दशक में, यह महसूस किया गया कि इसका उपयोग मजबूत और लचीला पॉली कार्बोनेट प्लास्टिक बनाने के लिए किया जा सकता है।
इसके हानिकारक परिणाम सामने आने के बाद निर्माताओं ने बीपीए मुक्त उत्पाद बनाना शुरू किया।
प्लास्टिक की बोतलों के नुकसान:इससे ब्लड प्रेशर, टाइप-2 डायबिटीज, हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
पुरुषों के स्पर्म की क्वालिटी को खराब करता है।
महिलाओं में हार्मोन असंतुलन का कारण बनता है।
सवाल: बाजार में मिलने वाली कौन सी पैक्ड पानी की बोतलें बैक्टीरिया से मुक्त होती हैं?
उत्तर बैक्टीरिया होता है लेकिन वह प्लास्टिक की बोतल से होता है। लाइव साइंस की रिपोर्ट के मुताबिक पानी कभी खराब नहीं होता। अब आप कहेंगे कि बाजार में मिलने वाली पानी की बोतल पर एक्सपायरी डेट लिखी होती है, क्यों?
दरअसल इसमें लिखी एक्सपायरी डेट प्लास्टिक की है। एक निश्चित समय के बाद प्लास्टिक पानी में घुलने लगता है। इससे पानी का स्वाद बदल जाएगा और पीने वाले को नुकसान होगा।
हालांकि, बाजार में उपलब्ध पानी की बोतलबंद बोतलें सिंगल यूज प्लास्टिक से बनी होती हैं। हम अक्सर इनका इस्तेमाल करने की गलती कर बैठते हैं और बीमार पड़ जाते हैं।
Question: पीने के पानी के लिए कौन सी पानी की बोतल सबसे अच्छी होती है ?
उत्तर: बेहतर होगा कि आप बीपीए फ्री या कांच या स्टील की बनी बोतलों का इस्तेमाल करें।
Question: बच्चों को कौन सी पानी की बोतल स्कूल में देनी है ?
उत्तर: बच्चों को स्कूल ले जाने के लिए स्टील या अच्छी प्लास्टिक की बोतल देनी चाहिए। साथ ही इसे रोजाना साफ भी करें क्योंकि बच्चे बोतल पर मुंह लगाकर पानी पीते हैं।
जल्दी साफ न होने के कारण बोतल पर लगी लार मुंह में लगाने के बाद हवा के संपर्क में आ जाती है, जिससे उस जगह पर कई कीटाणु आ जाते हैं।
प्रश्न: पानी की बोतल में बैक्टीरिया कैसे पनपते हैं?
उत्तर: ई। कोलाई जैसे सभी बैक्टीरिया अलग-अलग कारणों से पानी की बोतलों में पनपते हैं।
खाने के बाद बोतल को गंदे हाथों से छूने से।
मुंह ऊपर करके बोतल से पानी पीने से लार मिलने के कारण।
खांसी-जुकाम होने पर बोतल को एक हाथ से पकड़ें।
बोतल में पानी अधिक देर तक रखने से उसमें फंगस लग जाती है।
सफाई करते समय गंदे हाथों से बोतल पकड़ना।